मस्जिद से निकलने की दुआ (Masjid se nikalne ki dua)

अगर आप गूगल पर मस्जिद से निकलने की दुआ (Masjid Se Nikalne Ki Dua) के बारे में जानकारी सर्च कर रहे हो तो आप एकदम सही जगह पर आए हो हमने आपको मस्जिद से निकलने की दुआ के बारे में विस्तार सहित बताया हुआ है.

मस्जिद एक पवित्र जगह है जहां रब की इबादत की जाती है, मस्जिद अल्लाह का घर होता है जिसने पूरे संसार को बनाया है इसलिए हर मुसलमान को ज्यादा से ज्यादा यह कोशिश करनी चाहिए कि वह इबादत मस्जिद में करें क्योंकि घर में इबादत करने और मस्जिद में इबादत करने में बहुत फर्क होता है मस्जिद में की गई इबादत में घर की इबादत से 10 गुना ज्यादा सवाब मिलता है.

अगर हम हर काम को करने से पहले अल्लाह को याद करें तो अल्लाह पाक हमको उस काम में जल्दी कामयाबी देता है. ध्यान रखें हमें मस्जिद में किसी लालच में नहीं जाना है बल्कि हमें साफ दिल से मस्जिद में इबादत करनी है अगर अल्लाह पाक हमारी इबादत से खुश होगा तो वह हमें सारे जहां की खुशियां देगा.

जिस तरह से हमने आप को पिछले आर्टिकल में मस्जिद में दाखिल होने की दुआ के बारे में बताया था उसी तरीके से इबादत कर के मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ भी होती है हमने आपको आगे वही विस्तार से बताया हुआ है.

आपको बता दें अल्लाह बहुत खुश होता है जब वह यह देखता है कि बंदे ने मस्जिद में आते वक्त भी मेरी इजाजत ली और जाते वक्त भी मेरी इजाजत ले रहा है और दुआ कर रहा है.

Masjid Se Nikalne Ki Dua

मस्जिद से निकलने की दुआ हिंदी मेंअल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका
मस्जिद से निकलने की दुआ अंग्रेजी मेंAllahumma Inni As Aluka Min Fazlika
मस्जिद से निकलने की दुआ का मतलब (तर्जुमा) ऐ अल्लाह, मैं आप से फ़ज़ल और बरकात मांगता हूँ

Masjid Se Nikalne Ki Dua In Hindi

“अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका”

 ऐ अल्लाह मैं आप से फ़ज़ल और बरकात मांगता हूँ

 FAQ

मस्जिद से निकलने की दुआ क्या है?

मस्जिद से निकलने की की दुआ “अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका” है.

अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका दुआ का अर्थ क्या है?

अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका दुआ का अर्थ  ऐ अल्लाह, मैं आप से फ़ज़ल और बरकात मांगता हूँ है.

मस्जिद में इबादत और घर में इबादत इन में क्या फर्क होता है?

घर में इबादत करने और मस्जिद में इबादत करने में बहुत फर्क होता है मस्जिद में की गई इबादत घर में की गई इबादत से 10 गुना ज्यादा होती है.

Conclusion

आज हमने आपको अपने लेख में मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ के बारे में जानकारी दी उम्मीद है आपको हमारी जानकारी पसंद आई होगी और आप इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करेंगे.

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